Salient points of speech of Hon'ble Union Home Minister & Minister of Cooperation Shri Amit Shah while addressing at the North-East Students’ & Youth Parliament proreamme, organized under the Student Experience in Inter-State Living (SEIL) in New Delhi


द्वारा श्री अमित शाह -
11-03-2025

 

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह द्वारा नई दिल्ली में Student Experience in Inter-State Living (SEIL) के तत्वावधान में आयोजित North-East Students’ & Youth Parliament कार्यक्रम में  दिए गए संबोधन के मुख्य बिंदु

************************

समृद्ध संस्कृति से परिपूर्ण नॉर्थईस्ट भारतीय संस्कृति का अनमोल गहना है

************************

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने केंद्र सरकार के हर कार्यक्रम में नॉर्थईस्ट को केंद्र बिंदु बनाया

************************

हर क्षेत्र में भारत विश्व में अग्रणी हो, महर्षि अरबिंदो और स्वामी विवेकानंद जी का यह सपना अब साकार होता दिख रहा है

************************

नॉर्थ ईस्ट में मोदी सरकार ने 12 समझौतों कर में शांति का मार्ग प्रशस्त किया है, जिससे 10,000 से अधिक युवाओं ने आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा से जुड़े

************************

विकसित भारत के निर्माण में नॉर्थ ईस्ट का योगदान सबसे महत्वपूर्ण होगा

************************

2027 तक नॉर्थईस्ट के सभी राज्यों की राजधानी ट्रेन, विमान व सड़क से जुड़ जाएगी, मोदी सरकार में पूर्वोत्तर की physical दूरी के साथ-साथ दिलों की दूरी भी कम की

************************

आने वाले समय में यहाँ के युवाओं को रोजगार के कहीं और नहीं जाना होगा

************************

ABVP युवाओं को सही दिशा दिखाने के साथ-साथ उनके चरित्र का निर्माण भी करता है

************************

जब नेहरु जी ने असम को ‘बाय-बाय’ कह दिया था, तब Students' Experience in Inter-State Living (SEIL) ने उत्तर-पूर्व को पूरे देश के साथ भावनात्मक रूप से जोड़ा

************************

विश्व के सबसे बड़े छात्र संगठन ABVP ने हर प्रकल्प में, चाहे आपदा में सहयोग हो या राष्ट्रीय संकट में मदद, हमेशा राष्ट्र को सर्वोपरि रखा

************************

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज नई दिल्ली में Student Experience in Inter-State Living (SEIL) द्वारा आयोजित North-East Students’ & Youth Parliament को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित किया।

अपने संबोधन में केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने कहा कि विपुल प्राकृतिक संपदाओं से भरे हुए हमारे उत्तरपूर्व का आज़ादी से पहले भारत की जीडीपी में 20 प्रतिशत से अधिक योगदान था जो आज घटकर 7 प्रतिशत से नीचे आ गया है। उन्होंने कहा कि हमारे नॉर्थईस्ट में पूरी दुनिया को पर्यटन की दृष्टि से आकर्षित करने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि नॉर्थईस्ट में भारत के सबसे ज़्यादा IQ वाले युवा हैं और सबसे मेहनती जनजातियां यहीं हैं। श्री शाह ने कहा कि नॉर्थईस्ट, भारतीय संस्कृति का एक अमूल्य गहना है और ये क्षेत्र भारत की संस्कृति को अति समृद्ध करने वाली विरासतों से लैस है। उन्होंने कहा कि यहां 220 से अधिक जनजातीय समूह हैं, 160 से अधिक जनजातियां निवास करती हैं, 200 से अधिक बोलियां और भाषाएं हैं, 50 यूनिक प्रकार के त्यौहार हैं और पूरी दुनिया में प्रसिद्ध 30 से अधिक नृत्य शैलियां हैं। गृह मंत्री ने कहा कि नॉर्थईस्ट में 78 से अधिक यूनिक वाद्य यंत्र हैं और 100 से अधिक अलग अलग परिधान हैं। उन्होंने कहा कि शिल्पकला, हस्तकला और भोजन की इतनी विविधता सिर्फ हमारे नॉर्थईस्ट में है।

श्री अमित शाह ने कहा कि इतनी सारी विशेषताएं होने के बावजूद हमारा नॉर्थईस्ट विकास में  पिछड़ गया क्योंकि एक समय था जब अलग-अलग प्रकार के मतिभ्रम और विवाद पैदा कर आतंकवाद और अलगाववाद को खड़ा किया गया। उन्होंने कहा कि हिंसा, बंद, ड्रग्स, ब्लाकेड और उत्तरपूर्व में भी प्रांतवाद ने हमारे नॉर्थईस्ट को टुकड़ों में बांट दिया। उन्होंने कहा कि इन सबने हमारे उत्तरपूर्व को मानसिक रूप से न सिर्फ देश से बल्कि पूर्वोत्तर के राज्यों को भी एक दूसरे से अलग करने का काम किया। उन्होंने कहा कि इसके परिणामस्वरूप हमारा नॉर्थईस्ट विकास की दृष्टि से 40 साल तक पिछड़ता चला गया और इसमे सबसे बड़े बाधक आतंकवादी और अलगाववादी समूह बने।

केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि जब भी हमारी पार्टी की सरकार आई हमने पूर्वोत्तर को प्राथमिकता दी। उन्होंने कहा कि पहले इतने बड़े और पिछड़े भूभाग के लिए कोई अलग मंत्रालय नहीं था लेकिन अटल जी की सरकार में इसकी स्थापना की गई। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने पूर्वोत्तर को भारत सरकार की हर योजना में केन्द्र में रखकर काम किया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि है कि नॉर्थईस्ट और भारत के बाकी भागों के बीच की दूरी को कम कर दिया। श्री शाह ने कहा कि उत्तरपूर्व के हर राज्य की राजधानी 2027 तक रेल, हवाई मार्ग और सड़क नेटवर्क से जुड़ जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी ने न सिर्फ कनेक्टिविटी बढ़ाकर उत्तरपूर्व को भारत के अन्य हिस्सों से जोड़ा, बल्कि फिज़िकल दूरी के साथ-साथ दिलों की दूरियां मिटाने का काम भी किया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने हर योजना के केन्द्र में पूर्वोत्तर को रखकर और एक के बाद एक वहां के हर उग्रवादी समूह से चर्चा कर उनकी समस्याओं को सुन, समझ और उनके साथ समझौते कर उन्हें मेनस्ट्रीम में लाने का काम किया। उन्होंने कहा कि 10 साल में उत्तरपूर्व आज शांति का अनुभव कर रहा है। गृह मंत्री ने कहा कि वर्ष 2004 से 2014 के बीच नॉर्थईस्ट में 11 हज़ार हिंसा की घटनाएं हुईं जबकि 2014 से 2024 के बीच सगभग 70 प्रतिशत की कमी के साथ ये संख्या 3428 रह गई। उन्होंने कहा कि सुरक्षाबलों की मृत्यु में 70 प्रतिशत और नागरिकों की मृत्यु में 89 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि सभी उग्रवादी समूहों के साथ मोदी सरकार ने समझौते किए और लगभग 10,500 से ज़्यादा विद्रोही हथियार डालकर मेनस्ट्रीम में आए हैं। श्री शाह ने कहा कि 10 साल में हमने विद्रोही समूहों के साथ 12 महत्वपूर्ण समझौते किए हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने एक भारत, श्रेष्ठ भारत के तहत उत्तरपूर्व की भाषाओं, बोलियों, संस्कृति, वेशभूषा, परंपरागत नृत्य और कलाओं को सम्मानित किया, संरक्षित किया और 10 हज़ार लोगों से हथियार डलवाकर पूरे उत्तरपूर्व में शांति का माहौल खड़ा किया।

श्री अमित शाह ने कहा कि किसी भी क्षेत्र का विकास शांति के बिना नहीं हो सकता क्योंकि शांति विकास की पूर्व शर्त है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने उत्तरपूर्व में शांति स्थापित करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने उत्तरपूर्व को अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के माध्यम से बहुत फायदा कराया है। उन्होंने कहा कि North Eastern Space Applications Centre (NESAC)  के माध्यम से लगभग 110 योजनाएं चलाईं गई हैं। उन्होंने कहा कि नॉर्थईस्ट के बाढ़ प्रबंधन के लिए सैटेलाइट से मैपिंग कर टोपोग्राफी का अभ्यास कर आने वाले दिनों में नॉर्थईस्ट में 300 से अधिक झीलें बनेंगी जो हमेशा के लिए इस क्षेत्र में बाढ़ प्रबंधन कर देंगी। श्री शाह ने कहा कि पूरे पूर्वोत्तर के विकास के लिए सिंगल विंडो सिस्टम लागू किया और एक बहुत बड़ा बजट मोदी जी ने पूर्वोत्तर के विकास के लिए दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी ने पूर्वोत्तर को अपना मानकर 10 साल में इसके विकास की चिंता की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी ने तय किया है कि हर माह कोई न कोई मंत्री पूर्वोत्तर के किसी न किसी राज्य में रात्रि निवास करेगा। उन्होंने कहा कि आज़ादी के बाद नॉर्थईस्ट में सभी प्रधानमंत्रियों की कुल मुलाकात 21 हैं, जबकि प्रधानमंत्री मोदी जी ने अकेले 78 मुलाकात की हैं, ये बताता है कि मोदी सरकार ने पूर्वोत्तर को कितना महत्व दिया है।

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में पिछले 10 साल में पूर्वोत्तर के विकास के लिए कई प्रयास किए गए और बजटरी प्रोविज़न को भी बढ़ाया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014-15 की तुलना में 2024-25 के बजट में 153 प्रतिशत की वृद्धि करने का काम नरेन्द्र मोदी जी ने किया। उन्होंने कहा कि बेहतर कनेक्टिविटी के लिए 41 हज़ार करोड़ रूपए सड़कों पर खर्च किए, 47 हज़ार करोड़ रूपए अलग से ग्रामीण सड़कों पर खर्च किए। उन्होंने कहा कि एक प्रकार से 90 हज़ार करोड़ रूपए नॉर्थईस्ट में सिर्फ सड़कों के लिए मोदी सरकार ने खर्च किए। श्री शाह ने कहा कि हवाई कनेक्टिविटी के लिए 64 नए रूट शुरू किए, वायब्रेंट विलेज कार्यक्रम में 4800 करोड़ रूपए खर्च किए जो विशेषकर अरूणाचल को फायदा पहुंचाता है और रेलवे के लिए 18 हज़ार करोड़ रूपए दिए।

श्री अमित शाह ने कहा कि आज भारत का सबसे बड़ा रेल-कम-रोड ब्रिज ब्रह्मपुत्र नदी पर बना है। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने भूपेन हज़ारिका सेतु बनाया, अरूणाचल को ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट दिया, रेलवे का 100 प्रतिशत इलेक्ट्रिफिकेशन किया, असम से भूटान तक रेल लाइन बन रही है और सिक्किम में 100 प्रतिशत ऑर्गेनिक खेती का लक्ष्य भी हमारी सरकार के कार्यकाल में सिद्ध हुआ। उन्होंने कहा कि आज असम में 27 हज़ार करोड़ रूपए का सेमीकंडक्टर का प्लांट आ रहा है जो युवाओं को नौकरी के मौके देगा। श्री शाह ने कहा कि नॉर्थईस्ट में ढाई लाख करोड़ रूपए का निवेश और आ रहा है। उन्होंने कहा कि नींव डालने का काम मोदी सरकार के इन 10 साल में हुआ है और अगले 10 साल में नॉर्थईस्ट के किसी बच्चे को देश के किसी और हिस्से में काम करने नहीं जाना पड़ेगा और यहीं उसे रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि देश के कण-कण को विकसित बनाने का यज्ञ तभी होता है जब उस हिस्से से लगाव होता है। उन्होंने कहा कि सालों तक देश का ये बेहद महत्वपूर्ण हिस्सा विकास से महरूम रह गया और उस क्षति की पूर्ति के लिए ज़्यादा निवेश करना होगा।

केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि आज़ादी के अमृत महोत्सव के दौरान हमने संकल्प किया है कि 2047 तक भारत एक पूर्ण विकसित राष्ट्र होगा और पूरी दुनिया में हर क्षेत्र में सर्वप्रथम होगा और ये 140 करोड़ लोगों का सामूहिक संकल्प है। उन्होंने कहा कि भारत माता 2047 में अपने संपूर्ण तेज और ओज के साथ विश्व के सामने खड़ी होगी। श्री शाह ने कहा कि इस प्रक्रिया में युवाओं को जोड़ने के लिए हमारी सरकार ने कई चीज़ें की हैं। उन्होंने कहा कि मोदी जी सबसे पहले नई शिक्षा नीति लाए जिसमें हमने अपनी भाषाओं को संजोकर रखने का आग्रह किया है और मातृभाषा को महत्व दिया है। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति के माध्यम से हमारी शिक्षा लोकल और ग्लोबल होगी और युवाओं के लिए कई मौकों का सृजन भी करेगी।

श्री अमित शाह ने कहा कि वर्ष 2014 में देश में 7 एम्स थे, आज 23 हैं, 2014 में 387 मेडिकल कॉलेज थे, आज 766 हैं। एमबीबीएस की सीटें 51 हज़ार थीं, आज 1 लाख 51 हज़ार हैं, पीजी की सीटें 31 हज़ार थीं, आज 73 हज़ार हैं। उन्होंने कहा कि आज केन्द्रीय विश्वविद्यालय 56, आईआईटी 23, आईआईएम 21, नीट 31, आईआईआईटी 25, आईआईएसईआर 8 और 100 प्रतिशत क्षमता वृद्धि के साथ हमने तीन साल तक तकनीकी शिक्षा में आगे बढ़ने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र में इनोवेशन से अंतरिक्ष और ग्रामीण विकास से डिफेंस तक युवाओं के लिए मौका सृजित करने वाला एक इंद्रधनुष बनाकर सारे युवाओं का भविष्य संवारने का काम मोदी सरकार ने किया है।

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि नॉर्थईस्ट, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी और भारत सरकार के दिल के बहुत नज़दीक है। उन्होंने कहा कि सिर्फ बजट आवंटन नहीं बल्कि नॉर्थईस्ट का विकास, एकता और शांति के लिए प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार पूर्ण रूप से कटिबद्ध है। श्री शाह ने कहा कि जो 4 दशक खराब हुए, उन्हें देखकर रोने का नहीं बल्कि अब समय है कि हम आगे के 4 दशकों की प्लानिंग कर 2047 में महान भारत की रचना में नॉर्थईस्ट का सबसे बड़ा योगदान हो, इसके बारे में सोचें।

************************

To Write Comment Please लॉगिन