Salient Points of Hon’ble Union Home Minister & Minister of Cooperation Shri Amit Shah released the book "Indian Renaissance The Modi Decade" in Delhi


by Shri Amit Shah -
30-01-2025
Press Release

 

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने नई दिल्ली में ‘इंडियन रेनेसां: द मोदी डिकेड’ पुस्तक का विमोचन किया

 

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के कार्यकाल के बीते 10 साल एक युग का अंत और एक नए युग की शुरुआत करने वाले रहे हैं

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चाहे मुख्यमंत्री हों या अब प्रधानमंत्री, मोदी जी ने हर वर्ष एक युग परिवर्तनकारी फैसला लिया

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जब भी भारत का इतिहास लिखा जाएगा, मोदी जी के 10 साल के शासन के बारे में उनके कटु से कटु आलोचक भी स्वर्णिम अक्षरों से ही लिखेंगे

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कुछ नेता दक्षिण भारत को अलग करने की बात करते हैं, अपने समय में देश के बहुत टुकड़े कर दिए और कब तक बाँटोगे?

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मोदी जी ने नेतृत्व करने की जो कला आत्मसात की है, उसे अखबार में नाम छपवाकर नेतृत्व करने वाले नेता कभी नहीं जान सकते

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भविष्य में भारत के इतिहास को तीन हिस्सों में बांटा जाएगा- आजादी के पहले और बाद, आपातकाल के पहले और बाद और ‘मोदी जी के पहले का भारत और उनके बाद का भारत

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केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने बृहस्पतिवार को दिल्ली के एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर मेंइंडियन रेनेसां: द मोदी डिकेडपुस्तक का विमोचन करते हुए आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के कार्यकाल के 10 वर्षों में हुए महत्वपूर्ण विकास कार्यों का उल्लेख किया। इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर, राज्यसभा सांसद श्री कार्तिकेय शर्मा और पुस्तक की लेखिका डॉक्टर ऐश्वर्या पंडित सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

 

श्री शाह ने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के 10 वर्ष के कार्यकाल एक नए युग की शुरुआत किया है। जब भी भारत का इतिहास लिखा जाएगा, आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी के 10 वर्ष के कार्यकाल के बारे में उनके आलोचकों को भी स्वर्णिम अच्छरों में लिखना पड़ेगा। जब वर्ष 2014 में देश की जनता ने अस्थिरता के युग से एक नए युग में प्रवेश किया, तीन दशकों के बाद देश को एक स्थिर सरकार मिली। पूर्व, पश्चिम, उत्तर और दक्षिण चारों ओर से भारतीय जनता पार्टी को विजय मिली। लद्दाख, कन्याकुमारी, द्वारका और असम सीट पर भाजपा ने जीत दर्ज की। कई लोगों ने इसके अलग-अलग अर्थ और मायने निकाले, लेकिन गार्डियन अखबार में किसी सज्जन ने बहुत सटीक अवलोकन दिया था, जिसमें कहा गया कि भारत को आजादी तो 15 अगस्त 1947 को मिल गई थी, लेकिन भारत को अंग्रेजियत से आजादी 2014 में मिली है। उन्होंने कहा कि 2014 से भारत की स्वतंत्रता का युग शुरू हुआ था। 15 अगस्त 1947 को देश गुलामी के एक लंबे कालखंड को समाप्त करके आजाद हुआ था लेकिन दुनिया की सबसे पुरानी सभ्यताओं में भारतीय सभ्यता ने सदैव खुलेपन को स्वीकारा है।

 

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि मैं उस प्रदेश से आता हूं, जहां  पर दुनिया की सबसे छोटे अल्पसंख्यक पारसी समाज के लोग छोटी सी जहाज में आए थे और आज भारत में पूरी अक्षुणता के साथ रह रहे हैं, उनके अधिकारों पर किसी प्रकार का अतिक्रमण नहीं हुआ। पारसियों ने भी वादा किया था कि हम दूध में शक्कर की तरह मिल जाएंगे और वे लोग कोई विवाद किए बिना अपने अस्तित्व के साथ देश में हर क्षेत्र में योगदान दिया है। दुनिया में ऐसा कोई उदाहरण नहीं है जिन्होंने अनेक सभ्यताओं को अपने भीतर समाहित करके अपनी सभ्यता को बदलते हुए आगे का सफर तय किया हो। भारत एक मात्र ऐसा देश है, जिसमें अनेक भाषाएं, संस्कृतियां, अनेक धर्म और अनेक बोलियां एक साथ अपना सह-अस्तित्व और सम्मान को बचाते हुए भविष्य की यात्रा तय की है। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में 10 वर्षों के दौरान देश के अनेक सेक्टरों में बड़े सुधार हुए हैं। हर सेक्टर का आकार और पैमाना कई गुना बढ़ाए गए। कोई कल्पना नहीं कर सकता था कि दुनिया में इतनी बड़ी महामारी कोरोना आएगी और बिना किसी तैयारी के भारत में दुनिया का सबसे बढ़िया कोविड-19 प्रबंधन किया जाएगा। दुनिया भर के बुद्धिजीवी और विशेषज्ञ कोविड में अपने देश की चिंता किए बिना भारत की चिंता कर रहे थे, लेकिन टेक्नोलॉजी का उपयोग करके 130 करोड़ जनता को टीका लगवाने से लेकर सर्टिफिकेट देने की प्रक्रिया भारत में बड़ी सहजता से पूरी हुई  और किसी को पता भी नहीं चला। भारत में वैक्सीन भी सबसे पहले बनी और दुनिया भर के 100 देशों को भारत ने वैक्सीन भेजी भी। हमारे उपनिषदों मेंवसुधैव कुटुंबकमकी संकल्पना है, भारत ने कोरोना महामारी के दौरान चरितार्थ करने का कार्य किया है।

 

श्री शाह ने कहा कि जब वर्ष 2014 में सरकार आई तो कई लोग ऐसा मानते थे कि मोदी सरकार एक प्रयोग है, लेकिन अब तक के भारतीय इतिहास के भविष्य को तीन भागों में बांटा जाएगा : आजादी से पहले का भारत और आजादी से बाद का भारत, दूसरा आपातकाल के बाद का भारत और आपातकाल के पहले का भारत, तीसरा : मोदी” के पहले का भारत और मोदी” के बाद का भारत। कोई भी इतिहासकार चाहे वो कितना भी क्रूर हो, इन तीन भागों को पार नहीं कर पाएगा। जब कोई व्यक्ति अपनी कर्मठता और परिश्रम के साथ अपने देश का नेतृत्व करता है तो कोई भी इतिहासकार उसे नकार नहीं सकता। देश के आजादी की 75वीं सालगिरह पर स्कूलों, पंचायतों और सरकारी भवनों में कार्य हुए और देश चलने लगा। 75वीं सालगिरह पर कोरोना महामारी के बाद भी 8 लाख से अधिक कार्यक्रम हुए। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने हर पल इस बात की चिंता की, भारतीय स्वतंत्रता संघर्ष की जानकारी नई पीढ़ी को मिले, आजादी के गुमनाम नायकों का इतिहास में जगह मिलनी चाहिए, 75 साल में किसी भी कालखंड में देश ने जो उपलब्धि प्राप्त की है उसे गौरव के साथ याद किया जाए और 15 अगस्त 2047 तक विकसित भारत कैसा बनाना है, इस बात का संकल्प लेना चाहिए। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश की जनता के सामने रखा कि 2047 में भारत पूर्ण रूप से विकसित राष्ट्र बनेगा और दुनिया के हर क्षेत्र में भारत सर्वप्रथम स्थान पर होगा। जब देश का अमृत काल समाप्त होगा, वर्ष 2047 में भारत की युवा शक्ति देश को दुनिया में नंबर एक पर पहुंचा देगी। 2014 से पहले 130 करोड़ जनता में एक सामूहिक हीनता का भाव था, आज वो जनता उस भाव को दूर करके देश को दुनिया में सर्वश्रेष्ट बनाने की दिशा में आगे बढ़ गयी है, किसी भी शासन के लिए इससे बड़ी उपलब्धि नहीं हो सकती

 

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी ने विकास को जन आंदोलन बनाया है और देश के विकास को नई दिशा दी। जब देश के 130 करोड़ लोग एक कदम चलते हैं, तब देश 130 करोड़ कदम आगे बढ़ता है, इसे आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने पहचाना है। जब आदरणीय प्रदहनामंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने कहा कि जनता को महामारी से बचने के लिए घर में रहना है, उस समय केवल उनकी अपील पर पूरा भारत रुक गया था। लाल बहादुर शास्त्री जी द्वारा एक उपवास रखने के ऐलान के बाद किसी राजनेता के ऐलान को जनता ने इतना प्रतिसाद दिया। देश में कोरोना के सामने सफल लड़ाई का रहस्य भी यही है कि भारत में कोरोना के खिलाफ केन्द्र सरकार, राज्य सरकारें और देश के 130 करोड़ लोग एक साथ मिलकर लड़े थे। देश के ही कुछ लोगों ने घंटी बजाने का उपहास किया था, उन्हें नहीं पता कि सामूहिकता की ताकत क्या है। दिया जलाने से कोरोना नहीं जाता, लेकिन हर व्यक्ति सजग होता है कि उसे कोरोना के खिलाफ लड़के अपने देश को बचाना है। घंटी बजाने से देश में जन जाग्रति होती है। जिन्हें जनता के नेतृत्व करने का शास्त्र नहीं पता वो कभी इस कला को नहीं जान पाएंगे। किसी को यदि आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी के 2001 से 2025 के कार्यकाल के विषय पर बात करनी है तो उसे उससे भी पहले के 40 वर्ष देखने चाहिए। एक संघ के कार्यकता के रूप में मोदी जी ने स्कूटर और मोटरसाइकिल पर बैठ कर गरीबों की तकलीफें देखी, उसके बाद जब उन्हें गुजरात में नेतृत्व करने का मौका मिल तो उन्होंने उन तकलीफों को योजनाबद्ध तरीकों से दूर किया, उनके लिए नीति और योजनाएं लायी 

 

श्री शाह ने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने की हर नई पहल के केन्द्र में या तो देश है या देश के नागरिक, न कि वोटबैंक। हर निर्णय के वक्त चुनाव जीतने की संभावनाओं को छोड़ते हुए कड़े से कड़े सुधारों को लागू किया। जनता ने इन सुधारों को स्वीकारा और बार बार उन्हें चुना एवं 40 वर्ष बाद पहली बार कोई नेता लगातार तीसरी बार देश का प्रधानमंत्री बना। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के 10 वर्ष आने वाले 25 वर्षों और अमृतकाल की नींव हैं और 35 वर्षों का यह कालखंड भारत को विश्व में सर्वप्रथम देश बनाएगा। भारत के लोगों में जो आत्मविश्वास जगा है, उसका जवाब किसी के पास नहीं है। एक जमाने में 130 करोड़ की आबादी बोझ मानी जाती थी, लेकिन माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने इस आबादी को शक्ति बनाया और विश्व को 130 करोड़ की आबादी का बाजार उपलब्ध करा दिया। इस देश का बाजार कभी 130 करोड़ का नहीं था, क्योंकि 60 करोड़ गरीबों के पास तो खरीद-शक्ति ही नहीं थी, लेकिन इन 60 करोड़ लोगों के एक ही दशक में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने घर, गैस, शौचालय, पीने का पानी, 5 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा और 5 किलो खाद्यान्न मुहैया कर इनके पांच पांच पीढ़ियों के संघर्ष को खत्म कर दिया। अब इन 60 करोड़ लोगों की आकांक्षाएं बुनियादों सुविधाओं से आगे बढ़कर फ्रिज और एसी तक पहुंच गई हैं। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने अपने मुख्यमंत्रित्व और प्रधानमंत्रित्व, दोनों ही कार्यकालों में हर वर्ष एक नया कार्य एवं नई युगपरिवर्तनकारी पहल शुरू की है। उन्होंने 2003 में वाइब्रेंट गुजरात जैसे निवेश समिट, 2004 में गांवों 24 घंटे बिजली देने, 2005 में मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, 2007 में वन बंधु कल्याण योजना, 2010 में खेल महाकुंभ और 2012 में मुख्यमंत्री अमृतम की शुरूआत की। हर पहल की नींव में जाने पर पता चलता है हर पहल में पूरे समाज के विकास का खाका तैयार किया गया।  

 

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि एक गांव में 24 घंटे बिजली पहुंचने से शहरों की तरफ होने वाली दौड़ भी खत्म हो गई, साथ ही ग्रामीणों के स्वास्थ्य एवं शिक्षा में सुधार हुआ और  उनके लिए रोजगार के अवसर भी सृजित हुए 75 वर्षों तक यह कार्य इसलिए नहीं हुए क्योंकि 75 वर्षों तक मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री पद पर बैठे नेताओं की पृष्ठभूमि आम परिवार की नहीं थी और वो लोग आम जीवन की समस्याओं से अवगत ही नहीं थे। यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने ऐसे ढेर सारे कार्य किए है कि पूरे विश्व ने इनकी सिद्धियों को स्वीकार किया। आज पूरे विश्व में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के अलावा कोई भी राष्ट्राध्यक्ष नहीं है जिसको 16 राष्ट्रों के सर्वोच्च नागरिक पुरुस्कारों से नवाजा गया हो। जब 16 देश प्रधानमंत्री जी के कद और उनके द्वारा लाए गए बदलावों के स्वीकार करते हैं, तो उनकी स्वीकृति की व्याख्या होती है। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने जनभागीदारी को जनआंदोलन बनाया है। महात्मा गांधी के बाद सफाई का नाम लेने वाले पहले नेता माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी हैं। जब 15 अगस्त पर उन्होंने हर घर में शौचालय बनाने का ऐलान किया था तो दो अखबारों ने लिखा था कि यही बाकी रह गया था कि लालकिले की प्राचीर से कोई प्रधानमंत्री शौचालय बनाने की बात करे। पूर्वांचल में रहने वाली एक 16 वर्ष की बच्ची को खुले में शौच जाते हुए आने वाली शर्म का अहसास लुटियंस जोन में रहने वाले लोगों को नहीं था लेकिन प्रधानमंत्री जी को थाइसीलिए आज 13 करोड़ घरों में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने शौचालय बनवाए हैं 12 करोड़ लोगों को गैस का सिलेंडर दिया जाना उपहास का पात्र बनाया जाता है लेकिन जिनके घर में चूल्हे के धुएं से माताओं को बीमारी हुई हैं, वो जानते हैं कि सिलेंडर कितना बड़ा बदलाव लेकर आया है। 75 वर्षों के बाद भी इस देश के 20 हजार गांवों में बिजली का खंबा तक नहीं पहुंचा था लेकिन आज हर गांव में बिजली पहुंची है। यहां मीमांसा करने वाले लोगों को इन सभी चीजों का मूल्य समझ नहीं आएगा। इन परिवर्तनों ने देश को आगे बढ़ाया है। इन 10 वर्षों के अंदर 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर आए, 4 करोड़ लोगों को आवास मिला, 80 करोड़ लोगों को निशुल्क खाद्यान्न मिला, 15 करोड़ लोगों के घर में पहली बार नल से जल पहुंचा, 56 करोड़ लोगों के बैंक अकाउंट खुले और कोरोना जैसी आफत से भी देश मुक्त हुआ।

 

श्री शाह ने कहा कि आज विश्व के लगभग 46 प्रतिशत रियल टाइम डिजिटल ट्रांजेक्शन भारत में होते हैं 7 दशकों से उलझी कश्मीर की समस्या को धारा 370 हटाकर सुलझाया गया है। चंद्रयान और स्पारडेक्स जैसे अकल्पनीय मिशन इन्हीं 10 वर्षों में संभव हुआ है। पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी जी वाजपेयी जी देश की अर्थव्यवस्था को 11वें स्थान पर लाए थे उसके बाद बने अर्थशास्त्री प्रधानमंत्री इसे 11वें से 10वें पर नहीं ला पाए लेकिन माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी इसे 5वें स्थान पर लेकर आए। इन दस वर्षो में रिकॉर्ड एफडीआई आया। इस दशक से पहले देश पॉलिसी पैरालिसिस के नाम से जाना जाता था लेकिन आज पॉलिटिक्स ऑफ परफॉरमेंस के नाम से जाना जाता है। जातिवाद, परिवारवाद और तुष्टिकरण ने देश के लोकतंत्र को समाप्त कर दिया था लेकिन माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने इन्हें खत्म कर दिया है। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने पूरे विश्व में जाकर हिंदी भाषा को प्रस्थापित किया है।

 

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि 550 वर्षों से राम मंदिर का नाम लेते हुए सब डरते थे, लेकिन आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने पूर्ण संवैधानिक तरीके से मंदिर को बनाया और देश में एक दंगा तक नहीं हुआ। काशी तमिल संगमम के माध्यम से कुछ नेता कहते हैं कि दक्षिण को अलग देश बना दो, उनके समय में उन्होंने एक तिहाई भारत को काट दिया, अब कितना काटेंगे? आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश को एक करने का कार्य किया है। गुलामी के कालखंड में देश से चोरी करके दुनिया भर में गई हुई सांस्कृतिक धरोहर को आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने वापस लाया। स्पेस सुपर पावर बनने की दिशा में भी देश ने इन्हीं 10 वर्षों में कार्य किया, सबसे ज्यादा डिजिटल ट्रांजेक्शन के मामले में भी देश ने इन 10 वर्षों में विकास किया। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के विरासत भी और विकास भी के नारे के साथ देश को सर्वोच्च बनाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। 10 वर्षों में खिलौनों के निर्यात में 500 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, देश के तीनों क्रिमिनल लॉ को बदला गया है और यह सब इन 10 वर्षों के भीतर किया गया है। डिफेन्स प्रोडक्शन, ईज ऑफ डूइंग बिजनस और कई प्रकार के प्रशासनिक सुधार किए गए हैं। इसका परिणाम यह निकला कि भारत 9 क्षेत्रों में पहले स्थान पर है, 11 क्षेत्रों में भारत दूसरे स्थान पर है और 9 क्षेत्र ऐसे हैं जिसमें भारत तीसरे स्थान पर है। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी 11 साल से सत्ता में हैं और अभी तक विपक्ष उनपर किसी भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा सकता है, उनके नेतृत्व ने भारत को 12 लाख करोड़ के घपले-घोटाले की विरासत से बाहर निकाल है। भारत में स्टार्ट अप की वृद्धि दर्शाती है कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने भारत के युवाओं में आत्मविश्वाश पैदा किया है। आज पूरा विश्वइंडिया मूवमेंटकी बात करता है।   

 

श्री शाह ने कहा कि वर्ष 2025 में भारत का गगनयान मिशन, 2027 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, 2030 तक 206 बिलियन डॉलर के ईवी मार्केट का लक्ष्य, 2030 तक 300 बिलियन डॉलर की बायो ईकानमी, 2030 तक 2 ट्रिलियन निर्यात का लक्ष्य, 2035 तक अंतरिक्ष में स्पेस स्टेशन स्थापित करना, 2036 में ओलिम्पिक की मेजबानी करना, 2040 मेंमैन ऑन मूनका मिशन और 2047 में पूर्ण विकसित भारत का विज़न, इन 10 वर्षों की नीव है। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में विगत 10 वर्ष महान भारत की रचना की नीव हैं

 

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